Слова

जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं तस्वीर में नहीं जो बात तुझमें है... रंगों में तेरा अक्स ढला, तू ना ढल सकी साँसों की आँच, जिस्म की ख़ुशबू ना ढल सकी तुझमें, तुझमें जो लोच है, मेरी तहरीर में नहीं तहरीर में नहीं जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं तस्वीर में नहीं बेजान हुस्न में कहाँ रफ़्तार की अदा इनकार की अदा है ना इक़रार की अदा कोई, कोई लचक भी ज़ुल्फ़-ए-गिरह-गीर में नहीं गिरह-गीर में नहीं जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं तस्वीर में नहीं दुनिया में कोई चीज़ नहीं है तेरी तरह फिर एक बार सामने आजा किसी तरह क्या और, क्या और इक झलक मेरी तक़दीर में नहीं? तक़दीर में नहीं जो बात तुझमें है, तेरी तस्वीर में नहीं तस्वीर में नहीं जो बात तुझमें है...
Writer(s): Sahir Ludhianvi, Roshan Lyrics powered by www.musixmatch.com
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