Слова

दिल-जलों का दिल जला के क्या मिलेगा, दिलरुबा? दिल-जलों का दिल जला के क्या मिलेगा, दिलरुबा? दिल ने मेरे दिल से तेरे दिल ने मेरे दिल से तेरे हाल-ए-दिलबर कह दिया दिल-जलों का दिल जला के क्या मिलेगा, दिलरुबा? दिल ही तो है, दिल का क्या? दिल ही तो है, दिल का क्या? कभी इधर, कभी उधर यहाँ से दिल वहाँ गया मगर तुझे ना हुई ख़बर दिल किसी को दो तो जानूँ क्या गुज़रती है दिल पर दिल का देना, दिल का लेना काम है दिलदार का दिल ने मेरे दिल से तेरे दिल ने मेरे दिल से तेरे हाल-ए-दिलबर कह दिया दिल-जलों का दिल जला के क्या मिलेगा, दिलरुबा? दिल के बिना ये ज़िंदगी दिल के बिना ये ज़िंदगी ये ज़िंदगी है दिल्लगी दिल की लगी, ओ, बेरहम ओ, बेरहम, है बला बुरी दिल से मेरे चाहे खेलो चाहे ले लो, है आप का दिल है शीशा, दिल है पत्थर सुन ले दिल की तू सदा दिल ने मेरे दिल से तेरे दिल ने मेरे दिल से तेरे हाल-ए-दिलबर कह दिया दिल-जलों का दिल जला के क्या मिलेगा, दिलरुबा? दिल-जलों का दिल जला के क्या मिलेगा, दिलरुबा?
Writer(s): Mehra Prakash, Kalyanji Shah, Anandji Shah Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out