Создатели
ИСПОЛНИТЕЛИ
Anika
Исполнитель
Sneha Khanwalkar
Исполнитель
МУЗЫКА И СЛОВА
Sneha Khanwalkar
Композитор
Anvitaa Dutt
Тексты песен
ПРОДЮСЕРЫ И ЗВУКОРЕЖИССЕРЫ
Sneha Khanwalkar
Продюсер
Anvitaa Dutt
Продюсер
Слова
एँवई, यूँ ही
एँवई, यूँ ही
एँवई, यूँ ही
एँवई, यूँ ही धूप चोरी कर चली
सुबह की चाय पी
तुझसे मिली, घुली चीनी की तरह
तेरी बातों में (छपाक) गिर गई दिन बनके
एँवई, यूँ ही धूप चोरी कर चली
सुबह की चाय पी
तुझसे मिली, घुली चीनी की तरह
तेरी बातों में (छपाक) गिर गई दिन बनके
मैं छन-छन के
बची-खुची छन के
एँवई, यूँ ही तरह-तरह
एँवई, यूँ ही तरह-तरह
बीते की गपशप, टेढ़ी-मेढ़ी
चटकारे मारे, गुब्बारे छोड़े
खिड़कियों पे यूँ पानी की तरह
खटखटाए तू तो उड़ गई भाँप बनके
बची-खुची छन के
एँवई, यूँ ही (धूप चोरी कर चली) शाम-सी मैं ढल चली (सुबह की चाय पी)
कोने पे तेरे (सुबह की चाय पी)
तुझसे मिली, जुड़ी सिलाई की तरह (गिर गई, गिर गई)
तेरे सिरहाने गिर गई रात बनके
बन-ठन के मैं छन चली
Written by: Anvitaa Dutt, Sneha Khanwalkar

