Слова
[Verse 1]
अंधेरे का ये जाल है
या सांझ की ये चाल है
आईना बेकार है
मैं कौन हूं ये राज़ है
[Verse 2]
ये ज़ुल्फ़ों का अंधेरा जो छा गया
मैं खो गया
तू रोशनी तू साज़ है
तू कौन है ये राज़ है
[Verse 3]
अभी तो शाम बाकी है
और रात राज़ी है
अभी तो बात बाकी है
और रात राज़ी है
[Verse 4]
चारों और आग है
या तारों का ये बाग है
महफिल ज़रूर खास है
मैं कौन है ये राज़ है
[Verse 5]
ये ख्वाहिशों की रात है
तेरा गुरूर माफ़ है
चाँद को भी नाज़ है
तू कौन है ये राज़ है
[Verse 6]
अभी तो शाम बाकी है
और रात राज़ी है
अभी तो बात बाकी है
और रात राज़ी है
और रात राज़ी है
[Verse 7]
होता है जो होने दो
ये रोको ना मुझे खोने दो
जो होता है वो होने दो
ये रोको ना मुझे खोने दो यहाँ
Written by: Prateek Kuhad


