Lyrics
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
बन जाओ मीत मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
न उमर की सीमा हो
न जनम का हो बंधन
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवल मन
नई रीत चलाकर तुम
ये रीत अमर कर दो
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
आकाश का सूनापन
मेरे तनहा मन में
पायल छनकाती तुम
आजाओ जीवन में
साँसें देकर अपनी
संगीत अमर कर दो
होंठों से छूलो तुम
मेरा गीत अमर कर दो
Writer(s): Shyamlal Harlal Rai Indivar, Jagjit Singh Dhiman
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