Lyrics
देखूँ मैं ਤੈਨੂੰ जैसे चाँद तकता है
पानी में सीप जैसे मोती रखता है
आँखों में तेरी मुझे रब दिखता है
तीरथ मेरी तू, रब मेरा तू, بسم الله
तीरथ मेरी तू, रब मेरा तू
देखूँ मैं ਤੈਨੂੰ जैसे चाँद तकता है
पानी में सीप जैसे मोती रखता है
आँखों में तेरी मुझे रब दिखता है
तीरथ मेरी तू, रब मेरा तू
अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली
अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली, अली
मेरी सुबह, मेरी शाम तू
अब तेरे बिन चैन आए ना
है ख़ुदा गवाह, ए, हमनवा
रात और दिन मुझे भाए ना
दूर एक पल रहा जाए ना
देखूँ मैं ਤੈਨੂੰ जैसे चाँद तकता है
पानी में सीप जैसे मोती रखता है
आँखों में तेरी मुझे रब दिखता है
तीरथ मेरी तू, रब मेरा तू, بسم الله
तीरथ मेरी तू, रब मेरा तू
शब-ए-फ़िराक़ सजी है
इश्क़ में खलबली है
कमबख़्त बड़ी ज़ालिम
दिल की ये गली है
ज़िंदगी बदल गई जब से
तुझसे जुड़ी मेरी दास्ताँ
अब तुझसे उम्मीद है बड़ी
तू जमी है, तू ही मेरा आसमाँ
तुझसे मुकम्मल ये जहां
देखूँ मैं ਤੈਨੂੰ जैसे चाँद तकता है
पानी में सीप जैसे मोती रखता है
आँखों में तेरी मुझे रब दिखता है
तीरथ मेरी तू, रब मेरा तू, بسم الله
तीरथ मेरी तू, रब मेरा तू
Writer(s): Shabbir Ahmed
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