Lyrics
तेरा नाम जान-ए-वफ़ा है
मगर तू बड़ी बेवफ़ा है
मेरी जान तुझ पर फ़िदा है
मगर तू बड़ी बेवफ़ा है
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
ये मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
ये मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी
भरी बज़्म में तुझको रुसवा करूँ तो
भरी बज़्म में तुझको रुसवा करूँ तो
ये मेरी शराफ़त की तौहीन होगी
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
ये मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी
ना महफ़िल में होंगी, ना मेले में होंगी
ना महफ़िल में होंगी, ना मेले में होंगी
ये आपस की बातें अकेले में होंगी
मैं लोगों से तेरी...
मैं लोगों से तेरी शिकायत करूँ तो
ये मेरी शिकायत की तौहीन होगी
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
ये मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी
सुना है, तेरा और भी एक बलम है
सुना है, तेरा और भी एक बलम है
मगर ग़म ना कर, तुझको मेरी क़सम है
तुझे बे-शरम...
तुझे बे-शरम, बे-मुरव्वत कहूँ तो
ये मेरी मुरव्वत की तौहीन होगी
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
ये मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी
भरी बज़्म में तुझको रुसवा करूँ तो
ये मेरी शराफ़त की तौहीन होगी
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
ये मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी
तेरी बेवफ़ाई का शिकवा करूँ तो
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Kudalkar, Sharma Pyarelal
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