Lyrics

लाख इस दिल को हमने समझाया दिल यहाँ फिर भी हमको ले आया सलाम, सलाम तुम्हारी महफ़िल में आ गए हैं तुम्हारी महफ़िल में आ गए हैं तो क्यूँ ना हम ये भी काम कर लें? सलाम करने की आरज़ू है सलाम करने की आरज़ू है इधर जो देखो, सलाम कर लें तुम्हारी महफ़िल में आ गए हैं तो क्यूँ ना हम ये भी काम कर लें? सलाम करने की आरज़ू है इधर जो देखो, सलाम कर लें ये दिल है जो, आ गया है तुम पर वगर्ना सच ये है बंदा परवर ये दिल है जो, आ गया है तुम पर वगर्ना सच ये है बंदा परवर जिसे भी हम देख लें पलट कर जिसे भी हम देख लें पलट कर उसी को अपना गुलाम कर लें सलाम करने की आरज़ू है इधर जो देखो, सलाम कर लें बहुत सी बातें हैं तुम को कहनी बहुत सी बातें हैं हम को कहनी बहुत सी बातें हैं तुम को कहनी बहुत सी बातें हैं हम को कहनी कभी जो तनहा मिलो कहीं तुम कभी जो तनहा मिलो कहीं तुम तो बातें हम ये तमाम कर लें सलाम करने की आरज़ू है इधर जो देखो, सलाम कर लें वो लैला-मजनूँ की हो मोहब्बत कि शीरीं-फ़रहाद की हो उलफ़त वो लैला-मजनूँ की हो मोहब्बत कि शीरीं-फ़रहाद की हो उलफ़त ज़रा सी तुम जो दिखाओ जुर्रत ज़रा सी तुम जो दिखाओ जुर्रत तो हम भी उन जैसा नाम कर लें तुम्हारी महफ़िल में आ गए हैं तो क्यूँ ना हम ये भी काम कर लें? सलाम करने की आरज़ू है इधर जो देखो, सलाम कर लें
Writer(s): Javed Akhtar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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