Credits
PERFORMING ARTISTS
Udit Narayan
Vocals
Alka Yagnik
Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Jatin-Lalit
Composer
Javed Akhtar
Lyrics
Lyrics
रंग-बिरंगी दुनिया सारी, भांत-भांत के लोग
मिल के बिछड़ना, बिछड़ के मिलना, सारा है संजोग
देखे जो ऐसे तमाशे, हो
फूटे हैं दिल में बताशे, हो
दुनिया के सौ रूप, सारे निराले
दुनिया के सौ रूप, सारे निराले
बैठो ना तुम ऐसे मन को सँभाले
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले, संग तुम भी गुजरिया चलो
दुनिया के सौ रूप, सारे निराले
बैठो ना तुम ऐसे मन को सँभाले
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले, संग तुम भी गुजरिया चलो
रुत ने चुनरिया जो लहराई तो लहरा गए रास्ते
रुत ने चुनरिया जो लहराई तो लहरा गए रास्ते
हर मोड़ पर है कहानी कोई तेरे-मेरे वास्ते
राहें गाएँ
दिशाएँ गूँजती हैं और गुनगुनाती हैं
हवाएँ जो चलें हमसे ये कहती जाती हैं
राही गुम हो कहाँ? आओ-आओ यहाँ
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले, संग तुम भी गुजरिया चलो
दुनिया के सौ रूप, सारे निराले
बैठो ना तुम ऐसे मन को सँभाले
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले, संग तुम भी गुजरिया चलो
ओ, माधव जायत कहाँ, हो?
ओ, माधव, कहाँ जात, हो?
हमरी दुल्हनिया जहाँ, हो
पर्वत से जाके बदरिया मिली, कलियों से भँवरे मिले
पर्वत से जाके बदरिया मिली, कलियों से भँवरे मिले
इठलाती, बलख़ाती नदिया चली, सागर से मिलने गले
हौले (हौले)
मिलन के गीत जो लहरों में घुल के बहते हैं
तो मीठी बोलियों में सारे पंक्षी कहते हैं
रुत मिलन की है जो कह रही है, सुनो
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले, संग तुम भी गुजरिया चलो
दुनिया के सौ रंग, सारे निराले
बैठो ना तुम ऐसे मन को सँभाले
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
हम तो चले, संग तुम भी गुजरिया चलो
प्रेम नगरिया की तुम भी डगरिया चलो
Written by: Jatin - Lalit, Javed Akhtar