Credits

PERFORMING ARTISTS
Sonu Nigam
Sonu Nigam
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Nikhil Vinay
Nikhil Vinay
Composer
S.M.Sadiq
S.M.Sadiq
Songwriter

Lyrics

मुझको दफ़ना कर वो जब वापस जाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
मुझको दफ़ना कर वो जब वापस जाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
हाय, जग की रीत पुरानी...
हाय, जग की रीत पुरानी, मिले प्यार में जख़्म निशानी
उस बेवफ़ा ने मुझे बर्बाद ही कर डाला
मुझको ज़िंदगी से आज़ाद ही कर डाला
मुझको दफ़ना कर वो जब वापस जाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
दिल मेरा टूट गया है...
हो, दिल मेरा टूट गया है, बेदर्दी रूठ गया है
लाश पे रोने वालों ज़रा उनको मना लाओ
आख़िरी बार उनकी मुझे शकल दिखा जाओ
मुझको दफ़ना कर वो जब वापस जाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
जब डोरी साँस की टूटी...
जब डोरी साँस की टूटी, जब सारी दुनिया रूठी
मेरे होंठों पे नाम उसका ही था, यारों
लाश पे नहीं आया वो बड़ा बेवफ़ा, यारों
मुझको दफ़ना कर वो जब वापस जाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
मुझको दफ़ना कर वो जब वापस जाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
सात रक़ीबों के वो जश्न मनाएँगे
Written by: Nikhil-Vinay, S.M.Sadiq
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