Lyrics
जिसको हमने अपना समझा वो निकला बेगाना
जिसको हमने अपना समझा वो निकला बेगाना
शीशा जैसे टूट रहा हो, टूटा दिल दीवाना
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
कितना मुश्किल है तुमको और अब ख़ुद को समझाना
कितना मुश्किल है तुमको और अब ख़ुद को समझाना
दिल की मंज़िल और कहीं है, और कहीं अब जाना
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
मेरे ख़यालों में सिर्फ़ तुम हो, भुलाऊँ तुमको कैसे?
चले गए हो दूर इतने, बुलाऊँ तुमको कैसे?
क्यूँ मैंने की है ये बेवफ़ाई, बताऊँ तुमको कैसे?
मेरी सुनोगे तो रो पड़ोगे, रुलाऊँ तुमको कैसे?
जिसकी क़िस्मत में हो रोना, उसको क्या बहलाना
जिसकी क़िस्मत में हो रोना, उसको क्या बहलाना
शीशा जैसे टूट रहा हो, टूटा दिल दीवाना
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
तुम्हें जगा कर मैं सो सकूँगी ये तो नहीं है मुमकिन
मुझे पता है, मैं जानती हूँ, जीना है कैसे तुम बिन
अगर तुम्हें भी है दर्द इतना तो क्यूँ जुदा हो मुझसे?
तुम्हारे दिल में ना कोई शिकवा तो क्यूँ ख़फ़ा हो मुझसे?
लिखा जो रब ने वही तो होगा, लिखा है जो अफ़साना
लिखा जो रब ने वही तो होगा, लिखा है जो अफ़साना
दिल की मंज़िल और कहीं है, और कहीं अब जाना
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
जिसको हमने अपना समझा वो निकला बेगाना
शीशा जैसे टूट रहा हो, टूटा दिल दीवाना
कितना मुश्किल है तुमको और अब ख़ुद को समझाना
दिल की मंज़िल और कहीं है, और कहीं अब जाना
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
कभी प्यार ना करेंगे, ऐतबार ना करेंगे
Writer(s): Praveen Bhardwaj, Nikhil
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