Credits
PERFORMING ARTISTS
Sonu Nigam
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Jatin-Lalit
Composer
Sameer
Lyrics
Lyrics
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या? कुछ भी नहीं
मेरी जान में तेरी जान है, ओ, साथी मेरे
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या? कुछ भी नहीं
मेरी जान में तेरी जान है, ओ, साथी मेरे
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या? कुछ भी नहीं
पलकों में तेरे रूप का सपना सजा दिया
पहली नज़र में ही तुझे अपना बना लिया
है यही आरज़ू
हर घड़ी बैठी रहो मेरे सामने
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या? कुछ भी नहीं
आँखों के रास्ते मेरे दिल में उतर गई
साँसों में तेरे जिस्म की ख़ुशबू बिखर गई
हर जगह रात-दिन
प्यार से मैं, जान-ए-मन, तेरा नाम लूँ
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या? कुछ भी नहीं
मेरी जान में तेरी जान है, ओ, साथी मेरे
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या? कुछ भी नहीं
Writer(s): Sameer
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