Lyrics

जानेवालों, ज़रा मुड़ के देखो मुझे एक इंसान हूँ मैं तुम्हारी तरह जानेवालों, ज़रा मुड़ के देखो मुझे एक इंसान हूँ मैं तुम्हारी तरह जिस ने सब को रचा अपने ही रूप से उस की पहचान हूँ मैं तुम्हारी तरह जानेवालों, ज़रा... इस अनोखे जगत की मैं तक़दीर हूँ इस अनोखे जगत की मैं तक़दीर हूँ मैं विधाता के हाथों की तस्वीर हूँ एक तस्वीर हूँ इस जहाँ के लिए, धरती माँ के लिए शिव का वरदान हूँ मैं तुम्हारी तरह जानेवालों, ज़रा... मन के अंदर छिपाए मिलन की लगन मन के अंदर छिपाए मिलन की लगन अपने सूरज से हूँ एक बिछड़ी किरण एक बिछड़ी किरण फिर रहा हूँ भटकता मैं यहाँ से वहाँ और परेशान हूँ मैं तुम्हारी तरह जानेवालों, ज़रा... मेरे पास आओ, छोड़ो ये सारा भरम मेरे पास आओ, छोड़ो ये सारा भरम जो मेरा दुख वो ही है तुम्हारा भी ग़म है तुम्हारा भी ग़म देखता हूँ तुम्हें, जानता हूँ तुम्हें लाख अनजान हूँ मैं तुम्हारी तरह जानेवालों, ज़रा मुड़ के देखो मुझे एक इंसान हूँ मैं तुम्हारी तरह जिस ने सब को रचा अपने ही रूप से उस की पहचान हूँ मैं तुम्हारी तरह जानेवालों, ज़रा...
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Laxmikant-pyarelal Lyrics powered by www.musixmatch.com
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