Lyrics

ये लड़ी है लम्हों की, झालर बना ली है इसकी कभी पहन लेता हूँ, कभी उतार देता हूँ बस यही पेश कर रहा हूँ नाम पता नहीं, रखा भी नहीं जानता हूँ, वक़्त की गर्द में डूब जाएगा गुम हो जाएगा, जो याद रहेगा सिर्फ़ इतना नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे वक़्त के सितम कम हसीं नहीं आज है यहाँ, कल कहीं नहीं वक़्त से परे अगर मिल गए कहीं मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे हो, नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे जो गुज़र गई कल की बात थी, हो उम्र तो नहीं, एक रात थी रात का सिरा अगर फिर मिले कहीं मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे हो, नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे दिन ढले जहाँ, रात पास हो हो, ज़िंदगी की लौ ऊँची कर चलो याद आए 'गर कभी जी उदास हो मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे नाम गुम जाएगा, चेहरा ये बदल जाएगा मेरी आवाज़ ही पहचान है, 'गर याद रहे
Writer(s): Gulzar, Rahul Dev Burman Lyrics powered by www.musixmatch.com
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