Lyrics

सजी नहीं बारात तो क्या? आई ना मिलन की रात तो क्या? ब्याह किया तेरी यादों से गठ-बंधन तेरे वादों से बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे हो, बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे तूने अपना मान लिया है हम थे कहाँ इस क़ाबिल वो एहसान किया जाँ दे कर जिसको चुकाना मुश्किल देह बनी ना दुल्हन तो क्या? पहने नहीं कंगन तो क्या? बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे हो, बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे तन के रिश्ते टूट भी जाएँ टूटें ना मन के बंधन जिसने दिया हमको अपनापन उसी का है ये जीवन बाँध लिया मन का बंधन जीवन है तुझ पर अर्पण बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे हो, बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे आँच ना आए नाम पे तेरे ख़ाक भले ही जीवन हो अपने जहाँ में आग लगा लें तेरे जहाँ जो रौशन हो तेरे लिए दिल तोड़ लें हम घर क्या, जग भी छोड़ दें हम बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे हो, बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे जिसका हमें अधिकार नहीं था उसका भी बलिदान दिया अच्छे-बुरे को हम क्या जानें जो भी किया, तेरे लिए किया लाख रहें हम शर्मिंदा रहे मगर ममता ज़िंदा बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे हो, बिन फेरे हम तेरे, बिन फेरे हम तेरे
Writer(s): Usha Khanna, Indeewar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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