Lyrics
मेरी क़िस्मत में तू नहीं शायद
क्यूँ तेरा इंतज़ार करता हूँ?
मैं तुझे कल भी प्यार करता था
मैं तुझे अब भी प्यार करता हूँ
मेरी क़िस्मत में तू नहीं शायद
क्यूँ तेरा इंतज़ार करता हूँ?
मैं तुझे कल भी प्यार करता था
मैं तुझे अब भी प्यार करता हूँ
मेरी क़िस्मत में तू नहीं शायद
क्यूँ तेरा इंतज़ार करता हूँ?
मैं तुझे कल भी प्यार करता था
मैं तुझे अब भी प्यार करता हूँ
आज समझी हूँ प्यार को शायद
आज मैं तुझ को प्यार करती हूँ
कल मेरा इंतज़ार था तुझ को
आज मैं इंतज़ार करती हूँ
मेरी क़िस्मत में तू नहीं शायद...
सोचता हूँ कि मेरी आँखों ने
क्यूँ सजाए थे प्यार के सपने
सोचता हूँ कि मेरी आँखों ने
क्यूँ सजाए थे प्यार के सपने
तुझ से माँगी थी एक ख़ुशी मैंने
तूने ग़म भी नहीं दिए अपने
तूने ग़म भी नहीं दिए अपने
ज़िंदगी बोझ बन गई अब तो
अब तो जीता हूँ और ना मरता हूँ
मैं तुझे कल भी प्यार करता था
मैं तुझे अब भी प्यार करता हूँ
मेरी क़िस्मत में तू नहीं शायद...
अब ना टूटे ये प्यार के रिश्ते
अब ना टूटे ये प्यार के रिश्ते
अब ये रिश्ते सँभालने होंगे
मेरी राहों से तुझ को कल की तरह
दुख के काँटे निकालने होंगे
दुख के काँटे निकालने होंगे
मिल ना जाए ख़ुशी के रस्ते में
ग़म की परछाइयों से डरती हूँ
कल मेरा इंतज़ार था तुझ को
आज मैं इंतज़ार करती हूँ
आज समझी हूँ प्यार को शायद...
दिल नहीं इख़्तियार में मेरे
जान जाएगी प्यार में तेरे
तुझ से मिलने की आस है, आजा
मेरी दुनिया उदास है, आजा
मेरी दुनिया उदास है, आजा
"प्यार" शायद इसी को कहते हैं
हर घड़ी बेक़रार रहता हूँ
रात-दिन तेरी याद आती है
रात-दिन इंतज़ार करती हूँ
मेरी क़िस्मत में तू नहीं शायद
क्यूँ तेरा इंतज़ार करता हूँ?
मैं तुझे कल भी प्यार करती थी
मैं तुझे अब भी प्यार करता हूँ
मैं तुझे प्यार-प्यार करती हूँ
मैं तुझे प्यार-प्यार करता हूँ
मैं तुझे प्यार-प्यार करती हूँ
Writer(s): Laxmikant Pyarelal, Amir Qazalbash
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