Credits
PERFORMING ARTISTS
Talat Mahmood
Lead Vocals
Khaiyyaam
Performer
Majrooh Sultanpuri
Performer
Sardar Jafri
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Majrooh Sultanpuri
Songwriter
Sardar Jafri
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Khaiyyaam
Producer
Lyrics
शाम-ए-ग़म की क़सम
आज ग़मगीं हैं हम
आ भी जा, आ भी जा, आज मेरे सनम
शाम-ए-ग़म की क़सम
दिल परेशान है, रात वीरान है
देख जा, किस तरह आज तन्हाँ हैं हम
शाम-ए-ग़म की क़सम
चैन कैसा जो पहलू में तू ही नहीं, मार डाले न दर्द-ए-जुदाई कहीं
रुत हसीं है तो क्या, चांदनी है तो क्या
चांदनी ज़ुल्म है और जुदाई सितम
शाम-ए-ग़म की क़सम, आज ग़मगीं हैं हम
आ भी जा, आ भी जा, आज मेरे सनम
शाम-ए-ग़म की क़सम
अब तो आजा के अब रात भी सो गई
ज़िंदगी ग़म के सहराओं में खो गई
अब तो आजा के अब रात भी सो गई, ज़िंदगी ग़म के सहराओं में खो गई
ढूंढती है नज़र, तू कहाँ है मगर, देखते देखते आया आँखों में दम
शाम-ए-ग़म की क़सम, आज ग़मगीं हैं हम
आ भी जा, आ भी जा, आज मेरे सनम
शाम-ए-ग़म की क़सम
Writer(s): N/a Khaiyyaam, Jafri Ali Sardar, Majrooh
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