Music Video

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Credits

PERFORMING ARTISTS
Aziz Nazan Qawwal
Aziz Nazan Qawwal
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Aziz Nazan
Aziz Nazan
Composer
Aziz Nazan Qawwal
Aziz Nazan Qawwal
Composer
Naza Sholapuri
Naza Sholapuri
Songwriter
PRODUCTION & ENGINEERING
Aziz Nazan
Aziz Nazan
Producer

Lyrics

ना हरम में, ना सुकूँ मिलता है बुतख़ाने में
चैन मिलता है तो, साक़ी, तेरे मयख़ाने में
झूम, झूम
झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
काली घटाएँ (अ-हा) मस्त फ़ज़ाहें (अ-हा)
काली घटाएँ, मस्त फ़ज़ाहें, जाम उठाकर घूम, घूम, घूम
झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
झूम, झूम, झूम, झूम, झूम, झूम, झूम, झूम
झूम, झूम, झूम, झूम, झूम, झूम, झूम, झूम
आज अंगूर की बेटी से मोहब्बत कर ले
शेख़ साहब की नसीहत से बग़ावत कर ले
इसकी बेटी ने उठा रखी है सर पर दुनिया
ये तो अच्छा हुआ अंगूर को बेटा ना हुआ
कम से कम सूरत-ए-साक़ी का नज़ारा कर ले
आ के मयख़ाने में जीने का सहारा कर ले
आँख मिलते ही जवानी का मज़ा आएगा
तुझको अंगूर के पानी का मज़ा आएगा
हर नगर अपनी बख़द शौख़ गुलाबी कर दे
इतनी पी ले के ज़माने को शराबी कर दे
जाम जब सामने आए तो मुकरना कैसा?
बात जब पीने की आ जाए तो डरना कैसा?
धूम मची है (अ-हा) मैयख़ाने में (अ-हा)
धूम मची है मैयख़ाने में तू भी मचा ले धूम, धूम, धूम
झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
इसके पीने से तबियत में रवानी आए
इसको बूढ़ा भी जो पी ले तो जवानी आए
पीने वाले तुझे आ जाएगा पीने का मज़ा
इसके हर घूँट में पोशीदा है जीने का मज़ा
बात तो जब है के तू मैय का परस्तार बने
तू नज़र डाल दे जिसपर वही मैयख़्वार बने
मौसम-ए-गुल में तो पीने का मज़ा आता है
पीने वालों ही को जीने का मज़ा आता है
जाम उठा ले (अ-हा) मुँह से लगा ले (अ-हा)
जाम उठा ले, मुँह से लगा ले, मुँह से लगाकर चूम, चूम, चूम
झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
जो भी आता है यहाँ पी के मचल जाता है
जब नज़र साक़ी की पड़ती है संभल जाता है
आ इधर झूम के साक़ी का लेके नाम उठा
देख वो अब्र उठा तू भी ज़रा जाम उठा
इस कद़र पी ले के रग-रग में शुरूर आ जाए
कसरत-ए-मय से तेरे चेहरे पे नूर आ जाए
इसके हर कतरे में नाज़ाँ है निहाँ दरियादिली
इसके पीने से अदा होती है एक जिंदादिली
शान से पी ले (अ-हा) शान से जी ले (अ-हा)
शान से पी ले, शान से जी ले, घूम नशें में घूम, घूम, घूम
झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
(झूम बराबर झूम शराबी, झूम बराबर झूम)
Written by: Aziz Nazan, Aziz Nazan Qawwal, Naza Solapuri
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