Lyrics
ठहर, मोहिनी
हे चंद्रमा आधा है, रात आधी है, कहीं तेरी मेरी बात भी आधी न रहे
आधा है चन्द्रमा, रात आधी
आधा है चन्द्रमा, रात आधी
रह न जाए तेरी मेरी बात आधी
मुलाक़ात आधी
आधा है चन्द्रमा, रात आधी
रह न जाए तेरी मेरी बात आधी
मुलाक़ात आधी
आधा है चन्द्रमा
पिया आधी है प्यार की भाषा
आधी रहने दो मन की अभिलाषा
पिया आधी है प्यार की भाषा
आधी रहने दो मन की अभिलाषा
आधे छलके नयन, आधे ढलके नयन
आधी पलकों में भी है बरसात आधी
आधा है चन्द्रमा, रात आधी
रह न जाए तेरी मेरी बात आधी
मुलाक़ात आधी
आधा है चन्द्रमा
आस कब तक रहेगी अधूरी
प्यास होगी नहीं क्या यह पूरी
आस कब तक रहेगी अधूरी
प्यास होगी नहीं क्या यह पूरी
प्यासा-प्यासा पवन, प्यासा-प्यासा गगन
प्यासे तारों की भी है बारात आधी
आधा है चन्द्रमा, रात आधी
रह न जाए तेरी मेरी बात आधी
मुलाक़ात आधी
आधा है चन्द्रमा
सूर आधा है श्याम ने साधा
रहा राधा का प्यार भी आधा
सूर आधा है श्याम ने साधा
रहा राधा का प्यार भी आधा
नैन आधे खिले, होंठ आधे हिले
रही मन में मिलन की वो बात आधी
आधा है चन्द्रमा, रात आधी
रह न जाए तेरी मेरी बात आधी
मुलाक़ात आधी
आधा है चन्द्रमा
Writer(s): Chitalkar Ramchandra, Bharat Vyas
Lyrics powered by www.musixmatch.com