Lyrics
जिस पथ पे चला, उस पथ पे मुझे, आँचल तो बिछाने दे
साथी नासमझ, कोई बात नहीं, मुझे साथ तो आने दे
जिस पथ पे चला, उस पथ पे मुझे
जिस पथ पे चला, उस पथ पे मुझेआँचल तो बिछाने दे
साथी नासमझ, कोई बात नहीं, मुझे साथ तो आने दे
जिस पथ पे चला...
थक जायेगा जब राहों मे, बाहों का सिरहाना दूँगी
बाहों का सिरहाना दूँगी
तेरे सुने सुने जीवन में, मैं प्यार का रंग भर दूँगी
मैं प्यार का रंग भर दूँगी
मुझे तेरे कदम, मुझे तेरे कदम
नहीं बिंदीया से कम, माथे पे सजाने दे
साथी नासमझ, कोई बात नहीं, मुझे साथ तो आने दे
जिस पथ पे चला...
जीवन की डगर पे तुझ को, साथी की ज़रूरत होगी
साथी की ज़रूरत होगी
दिया कैसे जलेगा अकेले, बाती की ज़रूरत होगी
बाती की ज़रूरत होगी
मैं बनूँगी पिया...
मैं बनूँगी पिया, तेरे पथ का दिया, दिया पथ में जलाने दे
मुझे साथ तो आने दे...
मुझे साथ तो आने दे...
Writer(s): Kalyanji-anandji, Sajan Shahri
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