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PERFORMING ARTISTS
Harshit Tomar
Harshit Tomar
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Harshit Tomar
Harshit Tomar
Songwriter

Lyrics

लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा (Harshit Tomar) दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा (JSL babe) लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks (Raftaar) And party थोड़ा थोड़ा House party रखी विज्जो shave कर रखी दिल होने लगा अब मेरा naughty House party रखी विज्जो shave कर रखी हाँ, आज है पटानी कोई hottie जो थोड़ा, थोड़ा, थोड़ा थोड़ा होने लगा tight मैं थोड़ा धुंधला सा दिखने लगा है sight में मुझ को संभालो बोतलें छुपालो मैं तो घुसने वाला हूँ अब किसी fight में Bang bang bang boom खाली करो रूम दारू ज्यादा नस में है कम थोड़ा घूम करना है dance तो आजा baby floor पे कुछ ना दिखेगा ना सुनेगा इस शोर में आ डाल नम्बर in my phone baby (baby, baby) Unknown से हो जाऊंगा known baby (baby, baby) Whoo, कभी मिलो तो alone baby बाकी सब को करदे तू friend zone बेबी लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा सब कहते हैं मुझ को कि slow कर कोई peg दे तुझे तो उसे no कर भाई तुझे क्या पता बड़ा दुखता है दिल मेरा सच्ची, बंदी को खो कर ये तो बहाना है मुझको तो Johny के साथ में walk पे जाना है Scene बनाना है मुझको बता देना time और कहाँ पे आना है कुछ तो है होना सुन लो, सुन लो शोना अकेले मत सोना, naah आती है गणित थोड़ी कम पर तू पर sniper तेरी ये सहेली त्रिकोणा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And party थोड़ा थोड़ा लकड़ी कि काठी, काठी पे घोड़ा दारू on the rocks And... कुछ भी ये बोलने लगा है मन इत्थे-उत्थे डालने लगा है बोतल ये खोलने लगा है, एक और क्यों कि इस माहौल में मज़ा है कुछ भी ये बोलने लगा है मन इत्थे-उत्थे डालने लगा है बोतल ये खोलने लगा है, एक और क्यों कि इस माहौल में मज़ा है (लकड़ी कि काठी) कुछ भी ये बोलने लगा है (दारू on the rocks) मन इत्थे उत्थे डालने लगा है बोतल ये खोलने लगा है, एक और क्यों कि इस माहौल में मज़ा है (लकड़ी कि काठी) कुछ भी ये बोलने लगा है (दारू on the rocks) मन इत्थे उत्थे डालने लगा है बोतल ये खोलने लगा है, एक और क्यों कि इस माहौल में मज़ा है
Writer(s): Harshit Tomar, Jsl Lyrics powered by www.musixmatch.com
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