Lyrics

ऐसी रातों में हमेशा होती है मुश्किल क्या पता क्यूँ खो गए तुम, खो गया ये दिल ऐसी रातों में हमेशा होती है मुश्किल क्या पता क्यूँ खो गए तुम, खो गया ये दिल ख़ामोशी में धीरे-धीरे मैं बना फ़ाज़िल मुस्कुरा दे, ऐ मेरे क़ातिल बातें अधूरी हैं फ़िर भी ज़रूरी हैं ख़ैर अब ये बादल बरस जाने दे तेरे सवालों में, झिलमिल ख़यालों में अब थोड़ा मुझको humorous होने दे तू रह जा दिल के पास-पास सुन क्या कहती है साँस-साँस छोटी सी है ज़िंदगी फिर क्यूँ बैठी है तू उदास? तू रह जा दिल के पास-पास आँख़े बंद कर ले साँस-साँस छोटी सी है ज़िंदगी किस बात पे है एतराज़? ऐसी रातों में दीवाना कर क्या सकता है? खिड़की भी तो आसमाँ का एक टुकड़ा है जब हवा का झोंका आकार छू के जाती है बस वो तेरी खुशबू लाती है बातें अधूरी हैं फ़िर भी ज़रूरी हैं ख़ैर अब ये बादल बरस जाने दे तेरे सवालों में, झिलमिल ख़यालों में अब थोड़ा मुझको humorous होने दे तू रह जा दिल के पास-पास सुन क्या कहती है साँस-साँस छोटी सी है ज़िंदगी फ़िर क्यूँ बैठी है तू उदास? तू रह जा दिल के पास-पास आँख़े बंद कर ले साँस-साँस छोटी सी है ज़िंदगी किस बात पे है एतराज़? (ऐसी रातों में हमेशा होती है मुश्किल) (क्या पता क्यूँ खो गए तुम...)
Writer(s): Anupam Roy Lyrics powered by www.musixmatch.com
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