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अभी पतझड़ नहीं आया, अभी से पत्ते झड़ गए
अभी पतझड़ नहीं आया, अभी से पत्ते झड़ गए
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
अभी है बाप ज़िंदा, बेटे बँटवारे को लड़ गए
अभी है बाप ज़िंदा, बेटे बँटवारे को लड़ गए
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
मेले में जो थी सबसे बढ़िया, ख़रीदकर
बड़े चाव से लाई थी एक अंगिया ख़रीदकर
मेले में जो थी सबसे बढ़िया, ख़रीदकर
बड़े चाव से लाई थी एक अंगिया ख़रीदकर
उसको पहन गली में एक चक्कर लगाने गई
नई अंगिया में क्या लगती थी, सबको दिखाने गई
सबको दिखाने गई
वापस आने से पहले ही टाँके उधड़ गए
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
किसी कचरे से बीज लिया, किसी नाली से पानी
फ़िर उनसे खेल-खेलकर काटी उमर जवानी
किसी कचरे से बीज लिया, किसी नाली से पानी
फ़िर उनसे खेल-खेलकर काटी उमर जवानी
जब बाग़ लगा तो नज़रें टिक गईं दुनिया वालों की
पर उसने वापस मुँह पर मारी दौलत सालों की
दौलत सालों की
उसके मरते ही बेटे बिक गए, बाग़ उजड़ गए
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन से चक्कर में पड़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन से खड्डों में गड़ गए?
भाई Rahgir, ये हम कौन सी गाड़ी पे चढ़ गए?
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