Lyrics

मंज़िलों के आगे पहचानना है सच हर घड़ी, हर लम्हा, बस जानना है सच दिल की हर धड़कन कहे, "बस ढूँढना है सच" जिस तरह भी हो सके बस छूना है सच दुनिया को ना माना, आरज़ू को पहचाना अब कहाँ है जाना? ओ-ओ, ओ-ओ, ओ-ओ-ओ ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, मुझे जानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, पहचानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, मुझे जानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, पहचानना है सच अनकहे सवालें जो कर रहे हैं गुदगुदी अंजानी सी प्यास है जो बुझती नहीं ख़्वाहिशें हैं, ख़्वाब हैं, चाहतें, अरमान हैं जज़्बातों में सोच है, गुम हूँ कहीं सारे सवालों की उलझन में मैं ढूँढूँ सही राह को या किताबों में या गुफ़्तुगू में या खोजूँ ख़ुद ही में ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, मुझे जानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, पहचानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, मुझे जानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, पहचानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, मुझे जानना है सच ओ, ओ-ओ, ओ, ओ, पहचानना है सच
Writer(s): Sounds Of Isha Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out