Lyrics

सरफिरी सी बात है तेरी आयेगी ना ये समाज मेरी है ये तु फिर भी डर मुजको मै ना कह दू हँ तुझको सरफिरी सी बात है तेरी आयेगी ना ये समाज मेरी भूली मैं बीती ऐसे हूँ जीती आँखों से मैं तेरी ख्वाबों को पीती हुई सरफिरी सी बात है तेरी आयेगी ना ये समाज मेरी चलो बातों में बातें घोलें आओ थोडा सा खुको खोलें जो न थे हम, जो होंगे नहीं आजा दोनों वो हो लें तेरी बातें सोचती हूँ मैं तेरी सोचें ओढ़ती हूँ मैं मुझे खुद में उलझा कर किया घर में ही बेघर सरफिरी सी बात है मेरी सरफिरी सी बात है तेरी
Writer(s): Irshad Kamil, Niladri Kumar Lyrics powered by www.musixmatch.com
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