Lyrics

सुर से सजी संगिनी, संगिनी सुर से सजी संगिनी, संगिनी सुर संगिनी, रागिनी ले जा तू संग अपने धुन अपनी, सुर अपने सुर से सजी संगिनी, संगिनी सुर संगिनी, रागिनी ले जा ज़ुबान अपनी, शान अपनी ताना बनी सुर से सजी संगिनी, संगिनी सुर संगिनी रैन बसेरे, उठने दे डेरे रैन बसेरे, उठने दे डेरे अब मेरी तनहाई हो नाम तेरे अब मेरी तनहाई हो नाम तेरे मिटेंगी दिवारे, खुलेंगे दरीचे हमारे सुरों से सजेंगे बगीचे ये झर हुनर सब चल ना पाएँगे, ये जलन शुरू ये बिछाएँगे फ़न पर कफ़न तेरे सुर से सजी संगिनी, संगिनी सुर संगिनी, रागिनी ले जा तू संग अपने धुन अपनी, सुर अपने सुर से सजी संगिनी, संगिनी सुर संगिनी
Writer(s): Shankarehsaanloy, Sameer Samant, Prakash Kapadia Lyrics powered by www.musixmatch.com
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