Lyrics
ख्वाबों की दुनिया मुकम्मल कहाँ है
जीने की ख्वाहिश में मरना यहाँ है
मंजिल यही है यही कारवां है
जीने की ख्वाहिश में मरना यहाँ है
सर पर उठाया है क्यूँ आसमां को
अगर बढ़ है जाती तेरी धड़कने
सेहमी है धड़कन
सिहरी है धड़कन
ठहरी है धड़कन
तो क्या हो गया
सेहमी है धड़कन
सिहरी है धड़कन
ठहरी है धड़कन
तो क्या हो गया
पुरानी किताबों के पन्ने सभी
गवाही यहाँ देने आ जायेंगे
ख्यालों में यादों के आकर उजाले
सभी दाग़ दिल के मिटा जायेंगे
किसको फिकर है तुम्हारी यहाँ पर
अगर बढ़ है जाती तेरी धड़कने
सेहमी है धड़कन
सिहरी है धड़कन
ठहरी है धड़कन
तो क्या हो गया
सेहमी है धड़कन
सिहरी है धड़कन
ठहरी है धड़कन
तो क्या हो गया
खुदा इस जहां से तो बरसों खफा है
गनीमत है तुमसे तो इंसान है रूठा
दरिया की तरह ज़माने के आँसू
पलकों से तेरी तो क़तरा है छूटा
सर पर उठाया है क्यूँ आसमां को
अगर बढ़ है जाती तेरी धड़कने
सेहमी है धड़कन
सिहरी है धड़कन
ठहरी है धड़कन
तो क्या हो गया
सेहमी है धड़कन
सिहरी है धड़कन
ठहरी है धड़कन
तो क्या हो गया
Writer(s): Dr Sagar, Vipin Patwa
Lyrics powered by www.musixmatch.com