Credits
PERFORMING ARTISTS
Ayisha Abdul Basith
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Syed Abubaker Maliki
Songwriter
Lyrics
दुआओं में मेरी खुदाया असर दे
मेरी काविशों का मुझे तू समर दे
दुआओं में मेरी खुदाया असर दे
मेरी काविशों का मुझे तू समर दे
करू अहल-ए-दुनिया के ग़म को मदावा,
मेरे हाथ मे कोई ऐसा हुनर दे
करू अहल-ए-दुनिया के ग़म को मदावा,
मेरे हाथ मे कोई ऐसा हुनर दे
भटकता फिरा हूँ मैं मंज़िल की खातिर
भटकता फिरा हूँ मैं मंज़िल की खातिर
जो फलदार हो कोई ऐसा शजर दे
दुआओं में मेरी खुदाया असर दे
मेरी काविशों का मुझे तू समर दे
अता कर मेरे दिल को तस्कीन या रब
मैं कब मांगता हूं के लहू-गोहर दे
अता कर मेरे दिल को तस्कीन या रब
मैं कब मांगता हूं के लहू-गोहर दे
मैं दुनिया के महलों का तालिब नहीं हूं
मैं दुनिया के महलों का तालिब नहीं हूं
मेरी ये दुआ है के जन्नत मे घर दे
दुआओं में मेरी खुदाया असर दे
मेरी काविशों का मुझे तू समर दे
जो मा बाप का दर्द रखता हो दिल में
खुदाया मुझे ऐसा नूर-ए-नज़र दे
जो मा बाप का दर्द रखता हो दिल में
खुदाया मुझे ऐसा नूर-ए-नज़र दे
खुशी दे के वापस ना लेना कभी तू
खुशी दे के वापस ना लेना कभी तू
ना हो शाम जिसकी तू ऐसी सहर दे
दुआओं में मेरी खुदाया असर दे
मेरी काविशों का मुझे तू समर दे
मुझे माल-ओ-ज़र दे के मग़रूर ना कर
मेरे दिल में अल्लाह तू अपना दर दे
मुझे माल-ओ-ज़र दे के मग़रूर ना कर
मेरे दिल में अल्लाह तू अपना दर दे
तमन्ना है मेरी हो दीदार तेरा
तमन्ना है मेरी हो दीदार तेरा
नज़र आए मुझको तू ऐसी नज़र दे
दुआओं में मेरी खुदाया असर दे
मेरी काविशों का मुझे तू समर दे
मेरी काविशों का मुझे तू समर दे
Written by: Syed Abubaker Maliki

