Lyrics

(स, प, म, प, नि, प, म, ग, स, म, ग, म) (स, प, म, प, नि, स, नि, प, म, ग, स, म, ग, म) (स-स, नि, स, नि, प, नि-नि, प, नि, प, म) (प, म, ग, म, ग, रे, ग, रे, स, रे, स, नि, स) हे, गोपाल कृष्ण, करूँ आरती तेरी हे, प्रिया पति, मैं करूँ आरती तेरी हे, गोपाल कृष्ण, करूँ आरती तेरी हे, प्रिया पति, मैं करूँ आरती तेरी तुझपे ओ कान्हा, बलि-बलि जाऊँ साँझ-सवेरे तेरे गुण गाऊँ प्रेम में रंगी मैं रंगी भक्ति में तेरी हे, गोपाल कृष्ण, करूँ आरती तेरी ये माटी का तन है तेरा मन और प्राण भी तेरे मैं एक गोपी, तुम हो कन्हैया तुम हो भगवन मेरे (हो) ये माटी का तन है तेरा मन और प्राण भी तेरे मैं एक गोपी, तुम हो कन्हैया तुम हो भगवन मेरे कृष्ण, कृष्ण, कृष्ण रटे आत्मा मेरी हे, गोपाल कृष्ण, करूँ आरती तेरी (हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण-कृष्ण, हरे-हरे) (हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण-कृष्ण, हरे-हरे) (हरे रामा, हरे रामा, रामा-रामा, हरे-हरे) (हरे रामा, हरे रामा, रामा-रामा, हरे-हरे) कान्हा तेरा रूप अनुपम मन को हरता जाए मन ये चाहे हर पल अँखियाँ तेरा दर्शन पाए (हो) कान्हा तेरा रूप अनुपम मन को हरता जाए मन ये चाहे हर पल अँखियाँ तेरा दर्शन पाए दरश तेरा, प्रेम तेरा, आश है मेरी हे, गोपाल कृष्ण, करूँ आरती तेरी तुझपे ओ कान्हा, बलि-बलि जाऊँ साँझ-सवेरे तेरे गुण गाऊँ प्रेम में रंगी मैं रंगी भक्ति में तेरी हे, गोपाल कृष्ण, करूँ आरती तेरी हे, प्रिया पति, मैं करूँ आरती तेरी (हो) (हो) (हो) (हो)
Writer(s): Tripathi Manish, Tripathi Navin Lyrics powered by www.musixmatch.com
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