Lyrics
कब से बैठा हूँ मैं इंतज़ार में
कब से बैठा हूँ मैं इंतज़ार में
झूठा वादा ही कर कोई प्यार में
क्या सितम है, सनम, तेरे सर की क़सम
याद चाहे ना कर तू मुझे, ग़म नहीं
पर मुझे भूल जाने की कोशिश ना कर
मैं तेरे इश्क़ में मर ना जाऊँ कहीं
तू मुझे आज़माने की कोशिश ना कर
ख़ूबसूरत है तू तो हूँ मैं भी हसीं
मुझसे नज़रें चुराने की कोशिश ना कर
मैं तेरे इश्क़ में...
शौक़ से तू मेरा इम्तिहान ले
शौक़ से तू मेरा इम्तिहान ले
तेरे क़दमों पे रख दी है जान, ले
बेक़दर, बेख़बर, मान जा, ज़िद ना कर
तोड़ कर दिल मेरा, ऐ मेरे हमनशीं
इस तरह मुस्कुराने की कोशिश ना कर
मैं तेरे इश्क़ में मर ना जाऊँ कहीं
तू मुझे आज़माने की कोशिश ना कर
ख़ूबसूरत है तू तो हूँ मैं भी हसीं
मुझसे नज़रें चुराने की कोशिश ना कर
मैं तेरे इश्क़ में...
Writer(s): Anand Bakshi, Laxmikant Pyarelai
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