Lyrics
दिल पूछता है, "ऐसा कैसे कर लेते हो?
तन्हा, अकेले तुम कैसे रह लेते हो?"
दिल पूछता है, "ऐसा कैसे कर लेते हो?
तन्हा, अकेले तुम कैसे रह लेते हो?"
जिसे कहते थे तुम अपनी जाँ
जिसे कहते थे तुम अपनी जाँ
जान के बिना अब कैसे जी लेते हो?
दिल पूछता है, "ऐसा कैसे कर लेते हो?
तन्हा, अकेले तुम कैसे रह लेते हो?"
मेरे दिल पे तेरा रंग यूँ चढ़ा है
मेरा रोम-रोम तेरा नाम पढ़ रहा है
तेरी ख़ुशबू से महक रही हूँ मैं
धड़क रहा तू मुझमें, तड़प रही हूँ मैं
जिसकी आँखों में नमी आने ना दी कभी
उसको रुला के इतना कैसे हँस लेते हो?
दिल पूछता है, "ऐसा कैसे कर लेते हो?
तन्हा, अकेले तुम कैसे रह लेते हो?"
जिसे कहते थे तुम अपनी जाँ
जिसे कहते थे तुम अपनी जाँ
जान के बिना अब कैसे जी लेते हो?
दिल पूछता है, "ऐसा कैसे कर लेते हो?
तन्हा, अकेले तुम कैसे रह लेते हो?"
Written by: Sanjay Dhoopa Mishra, Sanjeev Darshan


