Lyrics

ऐसे भोले बनकर हैं बैठे (गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप) जैसे कोई बात नहीं (गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप) सब कुछ नज़र आ रहा है (गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप) दिन है ये, रात नहीं (चुप) क्या है, कुछ भी नहीं है अगर? होंठों पे है ख़ामोशी मगर बातें कर रही हैं... बातें कर रही हैं नज़र चुपके-चुपके दो दिल मिल रहे हैं दो दिल मिल रहे हैं, मगर चुपके-चुपके दो दिल मिल रहे हैं, मगर चुपके-चुपके सब को हो रही है... हाँ, सब को हो रही है ख़बर चुपके-चुपके हो, दो दिल मिल रहे हैं, मगर चुपके-चुपके गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप साँसों में बड़ी बेक़रारी आँखों में कई रत जगे कभी कहीं लग जाए दिल तो कहीं फिर दिल ना लगे अपना दिल मैं ज़रा थाम लूँ जादू का मैं इसे नाम दूँ जादू कर रहा है... जादू कर रहा है असर चुपके-चुपके दो दिल मिल रहे हैं, मगर चुपके-चुपके सब को हो रही है... हाँ, सब को हो रही है ख़बर चुपके-चुपके हो, दो दिल मिल रहे हैं, मगर चुपके-चुपके मगर चुपके-चुपके (गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप...) मगर चुपके-चुपके (गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप...) Umm-hmm, चुपके-चुपके (गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप...) गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप गुपचुप-गुपचुप, चुप-चुप
Writer(s): Anand Bakshi, Shravan Rathod, Nadeem Saifi Lyrics powered by www.musixmatch.com
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