Lyrics
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं
न तो परवाना और ना दीवाना
मैं किसी महफ़िल का
सुनी सुनी राहें थामती हैं बाहें
ग़म किसे मंज़िल का
न तो परवाना और ना दीवाना
मैं किसी महफ़िल का
सुनी सुनी राहें थामती हैं बाहें
ग़म किसे मंज़िल का
मैं तो हूँ राही दिल का
साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं
जैसे कभी प्यारे, झील के किनारे, हंस अकेला निकले
वैसे ही देखो जी, ये मनमौजी, मौजों के सीनें पे चले
जैसे कभी प्यारे, झील के किनारे, हंस अकेला निकले
वैसे ही देखो जी, ये मनमौजी, मौजों के सीनें पे चले
चाँद सितारों के तले
साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं इस दुनिया में
कोई साथी है तो मेरा साया
अकेला हूँ मैं
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, S.d. Burman
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