Credits
PERFORMING ARTISTS
Prateek Gandhi
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Prateek Gandhi
Composer
Lyrics
जाने का मन तो नहीं था
आँखों को रोना नहीं था
फिर भी ये कदम उठ गए
नज़रों को फेर के चल दिए
जाने का मन तो नहीं था
आँखों को रोना नहीं था
फिर भी ये कदम उठ गए
नज़रों को फेर के चल दिए
जाते हुए ऊपर देखा
खिड़की पे तू था तन्हा, अकेला
चेहरे की रौनक सूख गई थी
बिखरा सा सपना अब रह गया
माफ़ करना तुम मुझे, भूल जाना तुम मुझे
मैं हमेशा के लिए जा रहा हूँ
माफ़ करना तुम मुझे, भूल जाना तुम मुझे
मैं हमेशा के लिए जा रहा हूँ
ये दिल तोड़ के जा रहा हूँ
यही सोच के तुम जी लेना
याद आए जब मेरे साथ की
दो पल चुपके तुम रो लेना
जाना ही था लिखा क़िस्मत में
आने का कोई परवान शायद नहीं था
टूटना ही था इस दिल को ऐसे
साथ मेरा शायद यहीं तक था
माफ़ करना तुम मुझे, भूल जाना तुम मुझे
मैं हमेशा के लिए जा रहा हूँ
माफ़ करना तुम मुझे, भूल जाना तुम मुझे
मैं हमेशा के लिए जा रहा हूँ
Written by: Prateek Gandhi