Credits
PERFORMING ARTISTS
Mohd. Rafi
Lead Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Naushad
Composer
Shakeel Badayuni
Songwriter
Lyrics
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे, ग़म का सिसकता साज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे, ग़म का सिसकता साज़ ना दे
बीते दिनों की याद थी जिनमें, मैं वो तराने भूल चुका
आज नई मंज़िल है मेरी, कल के ठिकाने भूल चुका
ना वो दिल, ना सनम, ना वो दीन-धरम
अब दूर हूँ सारे गुनाहों से
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
टूट चुके सब प्यार के बंधन, आज कोई ज़ंजीर नहीं
शीशा-ए-दिल में अरमानों की आज कोई तस्वीर नहीं
अब शाद हूँ मैं, आज़ाद हूँ मैं, कुछ काम नहीं है आहों से
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
दर्द में डूबे गीत ना दे, ग़म का सिसकता साज़ ना दे
जीवन बदला, दुनिया बदली, मन को अनोखा ज्ञान मिला
आज मुझे अपने ही दिल में एक नया इंसान मिला
पहुँचा हूँ वहाँ, नहीं दूर जहाँ भगवान भी मेरी निगाहों से
आज पुरानी राहों से कोई मुझे आवाज़ ना दे
Written by: Naushad, Shakeel Badayuni