Lyrics
अरे, भंग का रंग जमा हो चकाचक
फिर लो पान चबाय (आहा)
अरे, अइसा झटका लगे जिया पे
पुनरजानम होई जाए
ओ, खइके पान बनारस वाला
ओ, खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
ओ, खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
फिर तो ऐसा करे धमाल
सीधी कर दे सबकी चाल
ओ, छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
अरे, राम दुहाई
कैसे चक्कर में पड़ गया, हाय, हाय, हाय
कहाँ जान फ़साई
मैं तो सूली पे चढ़ गया, हाय, हाय
कैसा सीधा सादा, मैं कैसा भोला-भाला, हाँ-हाँ
अरे, कैसा सीधा सादा मैं कैसा भोला-भाला
जाने कौन घड़ी में पड़ गया पढ़े-लिखों से पाला
मीठी छुरी से, मीठी छुरी से हुआ हलाल
छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
एक कन्या कुँवारी
हमरी सूरत पे मर गई, हाय, हाय, हाय
एक मीठी कटारी
हमरे दिल में उतर गई, हाय, हाय
कैसी गोरी-गोरी, वो तीखी-तीखी छोरी, वाह-वाह
अरे, कैसी गोरी-गोरी, वो तीखी-तीखी छोरी
कर के जोरा-जोरी कर गई हमरे दिल की चोरी
मिली छोरी तो, मिली छोरी तो हुआ निहाल
छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
ओ, खइके पान बनारस वाला
खुली जाए बंद अकल का ताला
फिर तो ऐसा करे धमाल
सीधी कर दे सबकी चाल
ओ, छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, छोरा गंगा किनारे वाला
ओ, छोरा गंगा किनारे वाला
Writer(s): Anjaan, Anandji V Shah, Kalyanji Virji Shah
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