Lyrics

UZI है क्या? क्यूँ नशे से लगाया मैंने दिल समझ ही नहीं पाए घरवाले हाँ, माँ मेरे बाप से लड़े फ़िर मैं बाप से लड़ूँ मेरे studio में जाके रोए बिना, साला, दिन ना निकलता है Games खेलूँ ताकि दिन मेरा कट जाए I've been real since day one, brother मेरे जैसा कोई हो तो वो समझ पाए प्यार करूँ, मगर किस से करूँ? जलना भी चाहूँ, किस से जलूँ? बिना दिल के दिमाग़ वाला आदमी तू कैसे मान लूँ, उसका बनाया आदमी तू? हूँ मैं बे-परवाह मुझे जनता की कहाँ पड़ी है, कहाँ पड़ी है अबे, कला मेरी तेरी इस सोच से ही काफ़ी बड़ी है, काफ़ी बड़ी है हमें रोज़ मिले ताने, हाँ, हम खा लेंगे जी गाने एक हो या दस, हाँ, हम गा लेंगे जी थाली एक हो या दस, हाँ, हम बाँट लेंगे जी जो हाथ भाई पे उठेगा, उसे काट देंगे जी मेरे सर पे घमंड, मेरे पाँव में है दलदल दोनों को ही जड़ से उखाड़ दूँगा जी जब मैं छीन लूँगा तुझसे मेरे हक़ को, जानी तो साली दुनिया के क़र्ज़ को उतार दूँगा जी Industry तो धोखा तुझे देती रहेगी इसे खाके जो आगे तुझे बढ़ना पड़े मेरी जान, तेरे काम में हैं १०० ज़ख़म भले तुझे १०१ ज़ख़म के लिए लड़ना पड़े तेरी आँखें खोल, ख़ुद को जगा ले तेरी क़िस्मत तुझे तेरे हाथ से बनानी, bro दुनिया जो तुझे नीचा दिखा रही कभी नीचा ना दिखाती, इतिहास ये बनाती तो हाँ, मैं ग़लत हूँ तो सही कौन है? जब मैं बोला, सुनें सारे, मौन हैं इनमें से कोई एक ग़लत मुझे साबित करो जो-जो दिया मैंने तुम्हें, मुझे वापिस करो क्यूँ नशे से लगाया मैंने दिल समझ ही नहीं पाए घरवाले हाँ, माँ मेरे बाप से लड़े फ़िर मैं बाप से लड़ूँ मेरे studio में जाके तन्हा, तन्हा, तन्हा, तन्हा तन्हा, तन्हा, देखो ना जो देखो इन आँखों का ग़ुस्सा तो आँखों के पीछे का दुख भी देखो ना मैं मर सा गया हूँ, माँ, तेरे लिए, तेरे लिए मैं पैसा कमा रहा हूँ, पापा, किस के लिए? किस के लिए? चार-दीवारी में अब मेरा दिल ना लगे, दिल ना लगे बुझने लगे हैं ख़ुद मेरे घर के दिए, घर के दिए Bella, उठ, तुझे लड़ना पड़ेगा ये ना है तेरी लड़ाई, ये है लोगों की लड़ाई ऐसे लोगों की उम्मीदें नहीं टूटनी चाहिए ये मेरी लाइनें दिमाग़ में बस घूमनी चाहिए आया कर astro बातें मुझसे तू हर दिन किया कर ये दिल मेरा भरना नहीं चाहिए मेरा जानवर मरना नहीं चाहिए पहनूँ अब मैं बहुत महँगे-महँगे कपड़े इन आँखों में नशा मेरा दिखता है मेरी बनती नहीं है ख़ुद के सगे बाप से उसे मेरे अंदर बेटा ही नहीं दिखता है ख़ैर, ये तो हो गई बाद की बात मेरा दिल नहीं था आज की रात तुम्हें बोल दूँ मैं दिल की बात मगर क्या करूँ, करना पड़ता है क्यूँ नशे से लगाया मैंने दिल समझ ही नहीं पाए घरवाले माँ मेरे बाप से लड़े फ़िर मैं बाप से लड़ूँ मेरे studio में जाके Damn
Writer(s): Deepak Singh Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out