Lyrics

ले जा, ले जा ख़त तेरे ना पढ़ सकेगा आँसुओं से भरे-भरे गीले गाल, हैं १०० सवाल और ना निकले छू भी, चुप्पी मेरे होंठों पे है दोहराऊँ, दोहराऊँ मैं तेरे घर के बाहर जैसे चौकीदार बैठा हूँ खुल जा तू, कोई जादू हो काश कि दिल का पहरे-दार बन पाऊँ ले जा, ले जा ख़त तेरे ना पढ़ सकेगा आँसुओं से भरे-भरे गीले गाल, हैं १०० सवाल और ना निकले छू भी, चुप्पी मेरे होंठों पे है ले-ले तोहफ़े तेरे, रख ले ख़ामियाँ भी मिलें सारी ख़ुशियाँ, तुझे मिले कामयाबी रख आँसू मेरे, ले जा मनमानी रख तराज़ू बाज़ू, मेरे है बर्बादी ले-ले तोहफ़े तेरे, रख ले ख़ामियाँ भी मिलें सारी ख़ुशियाँ, तुझे मिले कामयाबी रख आँसू मेरे, ले जा मनमानी रख तराज़ू... होगी तुझे ख़बर नहीं खाती रही क़सम तेरी रखी नहीं कसर कोई सभी, सभी, सभी ये जानते हैं होगी तुझे ख़बर नहीं खोदी तूने क़बर मेरी हाँ, मर रही फ़िकर मेरी तभी, तभी, तभी कहूँ कि ले जा, ले जा ख़त तेरे ना पढ़ सकेगा आँसुओं से भरे-भरे गीले गाल, हैं १०० सवाल और ना निकले छू भी, चुप्पी मेरे होंठों पे है ले जा, ले जा ख़त तेरे ना पढ़ सकेगा आँसुओं से भरे-भरे गीले गाल, हैं १०० सवाल और ना निकले छू भी, चुप्पी मेरे होंठों पे है
Writer(s): Qk Lyrics powered by www.musixmatch.com
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