Credits

PERFORMING ARTISTS
Amit Trivedi
Amit Trivedi
Vocals
Shalmali Kholgade
Shalmali Kholgade
Vocals
COMPOSITION & LYRICS
Amit Trivedi
Amit Trivedi
Composer
Geet Sagar
Geet Sagar
Lyrics
PRODUCTION & ENGINEERING
Amit Trivedi
Amit Trivedi
Producer
Anup Gandharla
Anup Gandharla
Assistant Mixing Engineer
Eshan
Eshan
Assistant Mixing Engineer
Feroz Shaikh
Feroz Shaikh
Assistant Recording Engineer
Pukhraj Sonkar
Pukhraj Sonkar
Assistant Mixing Engineer
Rushik Patel
Rushik Patel
Additional Engineer
Shadab Rayeen
Shadab Rayeen
Mastering Engineer
Urmila Sutar
Urmila Sutar
Recording Engineer

Lyrics

On a जुम्मे रात, बस अपने साथ, निकला था घर से
नुक्कड़ पे रोका उसने मुझको देके हाथ
On a जुम्मे रात, सड़कें थी खाली
उसपे जादू-टोना सा करती उसकी बात
दिलकश आवाज़, कुछ ठहरी-ठहरी
उसपे वो गहरी-गहरी आँखें काली दो
रस्ता मुझे समझाना चाहे
और कहना उसका, "मुझको संग ले चल"
घूमा पूरा town
७५ मारे round
सब dreamy था around
बस उसके हँसने का sound
मंज़िल पे उसको छोड़ा
जब चेहरा मैंने मोड़ा
कोई भी तो था नहीं
खो गई थी वो कहीं
बस मैं ही था खड़ा वहीं
On a जुम्मे रात
On a जुम्मे रात
On a जुम्मे रात
मैं उसको भूला नहीं
जाने कितने दिन तो उसको ढूँढ़ा वहीं
आई थी, आई थी जाने क्यूँ
वो ना थी, दिल ये माने क्यूँ
We're getting the senses
Feeling so alive
The atmosphere is beautiful tonight
उस दिन से हर घड़ी नैन बरसते मेरे
कहीं नहीं जाते अब रस्ते मेरे
जब-जब याद वो रात आती है
बचने को भाग तरसते मेरे
नौ बरस पहले ये बात जुम्मे की
ऐसी भीगी-भीगी थी रात जुम्मे की
मैं भी तेरे जैसे यूँ ही घर से निकली थी
तारीख़ सितंबर सात जुम्मे की
उसी दिन हुआ निगाह मेरा पक्का
इश्क़ मिल था मुझे सबर के हक़ का
जश्न फ़िज़ा में, सुकूँ हवा में
हाय, फिर क्यूँ मैंने सबर ना रखा
Speed में तेज़ी, हरकतें मेरी crazy
मुझे मोड़ से आता हुआ truck ना दिखा था
Handle घुमाया मैंने, लाख बचाया मैंने
हो ही गया वो, जो कि होना लिखा था
उसी आग में जलती हूँ
इन रस्तों पे निकलती हूँ
जिनकी राह में अनहोनी
उनकी राह बदलती हूँ
इसलिए तुझे था रोका
क़िस्मत को दे-दे मौक़ा
जो लिखा था, वो मिटाने को
मैं औरों को बचाने को
ख़ुद से वादा निभाने को
On a जुम्मे रात
On a जुम्मे रात
On a जुम्मे रात
On a जुम्मे रात
मैं उसको भूला नहीं
जाने कितने दिन तक उसको ढूँढ़ा वहीं
आई थी, आई थी जाने क्यूँ
वो ना थी, दिल ये माने क्यूँ
(On a जुम्मे रात)
Written by: Amit Trivedi, Geet Sagar
instagramSharePathic_arrow_out

Loading...