Credits
COMPOSITION & LYRICS
Ali Pirzada
Songwriter
Lyrics
छोड़ दे बिंदिया
भंवर ही बहुत हैं
छोड़ दे बिंदिया
भंवर ही बहुत हैं
छोड़ दे बिंदिया
सजना संवारना
जलते हैं तुझसे
काजल का भी मन बना है
सजना संवारना
जलते हैं तुझसे
काजल का भी मन बना है
झुमकों की तेरी ज़ुल्फ़ों से ना बन्नी
छोड़ दे बिंदिया
भंवर ही बहुत हैं
छोड़ दे बिंदिया
भंवर ही बहुत हैं
छोड़ दे बिंदिया
पलकें जो चपकें
छोड़े बादल पानी
आँसू बन्ने खुशनसीब जिनकी
गालों से तेरे रवानी
सोने को तेरे तरसे है निंदिया
छोड़ दे बिंदिया
भंवर ही बहुत हैं
छोड़ दे बिंदिया
भंवर ही बहुत हैं
छोड़ दे बिंदिया
Written by: Ali Pirzada

