Credits

PERFORMING ARTISTS
Dikshant
Dikshant
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Dikshant Jadhav
Dikshant Jadhav
Composer
PRODUCTION & ENGINEERING
Dikshant
Dikshant
Producer

Lyrics

मैं अब जो हूं आसमान में
बादलों के दरमियाँ
लगा है दिल तेरी ही आस में
तू काश होती यहां
ये शाम देखने को नज़ारे अनेक है तोह
है ना जो तू पास मेरे तोह क्या?
तू महफ़ूज़ है
पलकों में, मेरी जान
तू महफ़ूज़ है
गुज़रेगा अब जहाज़ ये
ऊपर से गाँव के तेरे-मेरे
थोड़ी सी देर में तोह
दिल भरके देख लूँ
छोड़ चला जो ठिकाना, है दिखता कैसे?
है जीना यादों के संग
लगने लगी है बेरंग
ज़िंदगी की ये कहानी ऐसे
ये शाम देखने को नज़ारे अनेक है तोह
है ना जो तू पास मेरे तोह क्या?
तू महफ़ूज़ है
पलकों में, मेरी जान
तू महफ़ूज़ है
तू महफ़ूज़ है
Written by: Dikshant Jadhav
instagramSharePathic_arrow_out

Loading...