Credits
PERFORMING ARTISTS
AUR
Performer
COMPOSITION & LYRICS
AUR
Composer
PRODUCTION & ENGINEERING
Raffey Anwar
Producer
Lyrics
कभी छुपा दिखे खयालों में मेरे
कभी तू दूर है सवालों से मेरे
मैं तुझको भूल जाऊँ कैसे के चाहूँ पूरे दिल से
के मर के भी खतम ना होंगे सिलसिले कभी
ओ हमसफर, मुझको तेरा प्यार चाहिए
ओ हमसफर, मुझको तेरा प्यार चाहिए
हम उनकी बाहों में ही ढेर हो गए हैं
और वो शहर जा के ग़ैर हो गए हैं
अब उनको कौन जा के फिर ये अब बताए
वो मेरी शायरी का शेर हो गए हैं
कभी-कभी वो जख्मों को छुपाता है मेरे
कभी-कभी वो दर्द भी बढ़ाता है मेरे
हम उनसे दूर जाएँ कैसे, नहीं हम उनके जैसे
अब डर है, उनके छूने से ही मर ना जाऊँ मैं
ओ हमसफर, मुझको तेरा प्यार चाहिए
ओ हमसफर, मुझको तेरा प्यार चाहिए
हैं दूरियां भले, तू चाँद है मेरा
ये फ़ासले बढ़ा ना, इम्तिहान है मेरा
इक शायरी और दूसरा तू काम है मेरा
तुझे ही देखता रहूँ मैं शाम से सुबह
तो रुक जाओ ना, संभाल जाओ ना
इन लम्हों को यादों में भर जाओ ना
सज़ा जो भी हो मैं सह लूंगा, पर
जो बिछड़ोगे मुझसे तो मर जाऊंगा
तू रख यक़ीन और थाम ले तू हाथ को मेरे
ओ ख्वाबों की परी, तू पूरे कर दे ख्वाब को मेरे
मैं तुझको कैसे ये बताऊँ के कितना तुझको चाहूँ
खतम भी कर दो, जान-ए-जान, ये फ़ासले कभी
ओ बेखबर, तेरी एक शाम चाहिए
ओ हमसफर, सिर्फ तेरा ही प्यार चाहिए
Written by: AUR

