Lyrics
ये ताज़गी, ये नाज़ुकी, ये सादगी
तू कौन, कहाँ से आई है?
ये हुस्न कहाँ से लाई है?
तू कौन, कहाँ से आई है?
ये हुस्न कहाँ से लाई है?
तेरा नूर नहीं इंसानों सा
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
तेरी आँखें बातें करती हैं
जैसे लहरें मचलती हैं
क्या गुज़र हुआ है गुलशन से
या फूलों से नहाकर आई है?
तेरा नूर नहीं इंसानों सा
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
अमृत का रस होंठों में भरा
क्या पाकीज़ा है नाम तेरा?
धड़कन की तरह से चलती है
क्या दिल बनकर आई है?
तेरा नूर नहीं इंसानों सा
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
इस जहाँ में किसकी अमानत है?
तू किसके दिल की मोहब्बत है?
है कौन नसीबों वाला जिसकी
तू दुल्हन बनकर आई है?
तेरा नूर नहीं इंसानों सा
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
तू कौन, कहाँ से आई है?
ये हुस्न कहाँ से लाई है?
तेरा नूर नहीं इंसानों सा
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
क्या ख़ुदा से मिलकर आई है?
Writer(s): Usha Khanna, Saawan Kumar Tak
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