Lyrics

कितनी हसीं ज़िंदगी है ये होंठों पे जैसे कहानी है सदा यहाँ किसका ठिकाना है उम्र की रवानी में जाना है बहारों ने हर-सू रंग है बिखेरा रेत का सहरा ये एक पल का डेरा एक दिन बिखरना यहाँ दिल भी कहीं है पहाड़ों में थोड़ा सा कहीं है किनारों में फिर कह चली हैं ठंडी हवाएँ "क्या तुम मिलोगे हमसे जहाँ लेके जाएँ?" भीगी-भीगी पलकें, कमसिन अदाएँ मासूम चेहरा तेरा, नहीं भूल पाएँ तुम्हें भी कभी ये सताते हैं मुस्कुरा के दिल को चुराते हैं जीने को तो दिल ये चाहता है जाने फिर क्यूँ शरमाता है दिखता नहीं है सबकुछ, पता है छुपता नहीं है, दिल जान जाए अब रहना किसको यहाँ
Writer(s): Lucky Ali, Tanvir Shah, Arshii Lyrics powered by www.musixmatch.com
instagramSharePathic_arrow_out