Lyrics

दौलत-शोहरत क्या करनी तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है ये महल-अटारी नहीं चाहिए ये महल-अटारी नहीं चाहिए तेरे दिल में गुज़ारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है मेरे सनम, मुझे तेरी क़सम मेरी जान भी तू, ईमान भी तू तेरे दम से है मेरा दम जान भी तू, अनजान भी तू पैसा-वैसा क्या करना मुझे पैसा-वैसा क्या करना मुझे तेरा नजारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है ये महल-अटारी नहीं चाहिए ये महल-अटारी नहीं चाहिए तेरे दिल में गुज़ारा काफ़ी है प्यार-मोहब्बत से दुनिया में कुछ बढ़ कर होता भी नहीं दौलत जाए तो जाए कोई प्यार बिना रोता भी नहीं ऐश-ओ-मसर्रत नहीं चाहिए मुझे ऐश-ओ-मसर्रत नहीं चाहिए तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी तेरे प्यार का सहारा काफ़ी है ये महल अटारी नहीं चाहिए तेरे दिल में गुज़ारा काफ़ी है दौलत-शोहरत क्या करनी क्या करनी, क्या करनी
Writer(s): Kailash Kher, Paresh Kamath, Naresh Kamath Lyrics powered by www.musixmatch.com
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