Şarkı sözleri
संसार के करतार का आकार ना होता
संसार के करतार का आकार ना होता
तो उसका ये संसार भी...
तो उसका ये संसार भी साकार ना होता
संसार के करतार का आकार ना होता
संसार के करतार का...
हम आन भी लेते कि वो दृष्टि से परे हैं
हम आन भी लेते कि वो दृष्टि से परे हैं
हम आन भी लेते कि वो दृष्टि से परे हैं
आँखों में अगर उनका...
आँखों में अगर उनका चमत्कार ना होता
आँखों में अगर उनका चमत्कार ना होता
तो उसका ये संसार भी साकार ना होता
संसार के करतार का...
व्यापक ही सही सब में वो रहता, मगर, कहाँ?
व्यापक ही सही सब में वो रहता, मगर, कहाँ?
रहने को अगर शरीर का...
रहने को अगर शरीर का आधार ना होता
रहने को अगर शरीर का आधार ना होता
तो उसका ये संसार भी साकार ना होता
संसार के करतार का...
आँखों से निकलते ना कभी बिंदू के मोती
आँखों से निकलते ना कभी बिंदू के मोती
आँखों से निकलते ना कभी बिंदू के मोती
निर्गुण से सगुण से जो...
निर्गुण से सगुण से जो बँधा तार ना होता
निर्गुण से सगुण से जो बँधा तार ना होता
तो उसका ये संसार भी साकार ना होता
संसार के करतार का आकार ना होता
संसार के करतार का...
Written by: Bhavdeep Jaipurwale, Pt. Govind Prasad Jaipurwale


