Krediler
PERFORMING ARTISTS
Suraiya
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Naushad
Composer
Tanvir Naqvi
Songwriter
Şarkı sözleri
सोचा था क्या, क्या हो गया, क्या हो गया
अपना जिसे समझे थे हम, अफ़सोस वो अपना ना था
सोचा था क्या, क्या हो गया, क्या हो गया
ग़ैरों की इनमें क्या ख़ता?
करते हैं अपनों से गिला
क्या हो गया, क्या हो गया
सोचा था क्या, क्या हो गया, क्या हो गया
ऐ दिल, ना रो...
ऐ दिल, ना रो, हैराँ ना हो
होना था जो, वो हो गया
रोने से अब क्या फ़ायदा?
क्या हो गया, क्या हो गया
सोचा था क्या, क्या हो गया, क्या हो गया
जो कुछ भी देखा, ख़्वाब था
इस ख़्वाब को अब भूल जा, भूल जा
क्या हो गया, क्या हो गया
सोचा था क्या, क्या हो गया, क्या हो गया
अपना जिसे समझे थे हम, अफ़सोस वो अपना ना था
सोचा था क्या, क्या हो गया, क्या हो गया
Written by: Naushad, Tanvir Naqvi

