Şarkı sözleri

जैसे को तैसा मिला, कैसा मज़ा आया? मारूँ के छोड़ूँ? तेरी टाँगे तोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? जैसे को तैसा मिला, कैसा मज़ा आया? मारूँ के छोड़ूँ? तेरी टाँगे तोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? बोल जैसे को तैसा मिला, कैसा मज़ा आया? मारूँ के छोड़ूँ? तेरी टाँगे तोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? मुजरिम तेरा नाम है, तुझपे ये इल्ज़ाम है सीधे-साधे, भोले-भाले लोगों को सताना तेरा काम है मुजरिम तेरा नाम है, तुझपे ये इल्ज़ाम है सीधे-साधे, भोले-भाले लोगों को सताना तेरा काम है ये ख़ता है तेरी, ये सज़ा है तेरी तू आगे भागे, तो मैं पीछे दौड़ूँ, बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? जैसे को तैसा मिला, कैसा मज़ा आया? मारूँ के छोड़ूँ? तेरी टाँगे तोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? कुछ जानते वो नहीं, पहचानते वो नहीं लातों के जो भूत होते हैं, बातों से तो मानते वो नहीं कुछ जानते वो नहीं, पहचानते वो नहीं लातों के जो भूत होते हैं, बातों से तो मानते वो नहीं आ गई वो घड़ी, बोल, कैसी पड़ी? आ मैं ज़रा तेरी बाहें मरोड़ूँ, बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? बोल जैसे को तैसा मिला, कैसा मज़ा आया? मारूँ के छोड़ूँ? तेरी टाँगे तोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? खाना है, पीना है रे, हम सबको जीना है रे हक़ छीनता है मगर दूसरों का, तू कितना कमीना है रे! ऐ, बाँगड़ू खाना है, पीना है रे, हम सबको जीना है रे हक़ छीनता है मगर दूसरों का, तू कितना कमीना है रे! तेरे जैसे हैं जो, यूँ ही मरते हैं वो चाबुक से मारूँ के आँखों को फोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? बोल जैसे को तैसा मिला, कैसा मज़ा आया? मारूँ के छोड़ूँ? तेरी टाँगे तोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या? बोल जैसे को तैसा मिला, कैसा मज़ा आया? मारूँ के छोड़ूँ? तेरी टाँगे तोड़ूँ? बता, तेरी मर्ज़ी है क्या?
Writer(s): Rahul Dev Burman, Anand Bakshi Lyrics powered by www.musixmatch.com
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