Krediler
PERFORMING ARTISTS
Kishore Kumar
Performer
Anuradha Paudwal
Performer
COMPOSITION & LYRICS
Laxmikant-Pyarelal
Composer
Anjaan
Songwriter
Şarkı sözleri
गुमसुम सी खोई-खोई
जैसे हो बुत कोई
अरे, गुमसुम सी खोई-खोई
जैसे हो बुत कोई
बोलो, क्या सोच रही हो?
अरे, क्या सोच रही हो?
गुमसुम सी खोई-खोई
जैसे हो बुत कोई
समझ गया
समझ गया मैं, सोच रही हो
बिना पंख उड़े बादल कैसे (नहीं? तो फिर?)
Hmm, समझ गया मैं, सोच रही हो
बर्फ़ कहाँ से बरसे ऐसे (नहीं, नहीं) तो फिर?
जान के मत अनजान बनो
तुम मेरी उलझन क्या समझो
हर पल डरता है मेरा मन
सोचा करता है मेरा मन
मेरी क़िस्मत में है या नहीं
बनना कभी तुम्हारी दुल्हन
सोचा भी तो ये क्या सोचा?
मुझ पर नहीं है भरोसा क्या?
सोचा भी तो ये क्या सोचा?
मुझ पर नहीं है भरोसा क्या?
उस आसमान से पूछो
ये धरती देगी गवाही
जीवन के सफ़र में हम-तुम
हैं एक मंज़िल के राही
डरो तो करो मत प्यार
करो तो डरो मत, यार
सोचो मत, मुस्कुराओ, मेरे साथ आओ
गाओ एक बार, अरे, गाओ ना
डरो तो करो मत प्यार
करो तो डरो मत, यार
डरो तो करो मत प्यार
करो तो डरो मत, यार
अरे, अब क्या सोच रही हो?
गुमसुम सी खोई-खोई
जैसे हो बुत कोई
बोलो, क्या सोच रही हो?
अरे, क्या सोच रही हो? (समझा, umm)
समझ गया मैं, सोच रही हो
Honeymoon को कहाँ चलेंगे
हाँ-हाँ, honeymoon को कहाँ चलेंगे?
जहाँ कहोगी, वहाँ चलेंगे
देस-बिदेस की सैर करेंगे
फिर ख़यालों में, umm, hm-hm
समझ गया, अब सोच रही हो
होंगे अपने कितने बच्चे
हाँ, होंगे अपने कितने बच्चे?
हम दोनों के दो ही अच्छे
बस दो ही? (और नहीं तो क्या? १००?)
१०० तो नहीं, पर... (पर? पर क्या?)
कम-से-कम हों तो दो दर्जन
भरा-भरा सा लगे घर-आँगन
अरे, बाप रे बाप, क्या सोच रही हो?
मेरा नहीं तो कुछ देश का सोचो (बस डर गए? धत!)
डरो तो करो मत प्यार
करो तो डरो मत, यार
डरो तो करो मत प्यार
करो तो डरो मत, यार
प्यार में अपने दम है
तो क़िस्मत मानेगी हार
Written by: Anjaan, Laxmikant-Pyarelal