Şarkı sözleri

तेरी आँखों की चाहत में तो मैं सब कुछ लुटा दूँगा तेरी आँखों की चाहत में तो मैं सब कुछ लुटा दूँगा मोहब्बत कैसे की जाती... मोहब्बत कैसे की जाती है, दुनिया को दिखा दूँगा तेरी आँखों की चाहत में... तेरे नाज़ुक, हसीं क़दमों के नीचे, हमसफ़र मेरे अरे, ओ, हमसफ़र मेरे जहाँ होगा कोई काँटा... जहाँ होगा कोई काँटा, वहाँ मैं दिल बिछा दूँगा तेरी आँखों की चाहत में... तमन्ना है कि रौशन हो तेरी दुनिया, तेरी महफ़िल तमन्ना है कि रौशन हो तेरी दुनिया, तेरी महफ़िल तेरी दुनिया, तेरी महफ़िल उजाला मिल सके तुझको... उजाला मिल सके तुझको तो मैं घर भी जला दूँगा तेरी आँखों की चाहत में... बहारा चीज़ क्या है, फूल-कलियाँ किसको कहते हैं कि कलियाँ किसको कहते हैं लहूँ मेरा सलामत, मैं... लहूँ मेरा सलामत, मैं तेरा जीवन सजा दूँगा तेरी आँखों की चाहत में तो मैं सब कुछ लुटा दूँगा मोहब्बत कैसे की जाती... मोहब्बत कैसे की जाती है दुनिया को दिखा दूँगा तेरी आँखों की चाहत में... बहारा चीज़ क्या है, फूल-कलियाँ किसको कहते हैं कि कलियाँ किसको कहते हैं लहूँ मेरा सलामत, मैं... लहूँ मेरा सलामत, मैं तेरा जीवन सजा दूँगा
Writer(s): Majrooh Sultanpuri, Nagrath Rajesh Roshan Lyrics powered by www.musixmatch.com
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